'श्री विभगुंज वेलफेयर सोसायटी' की वार्षिक सभा एवं होली मिलन

'श्री विभगुंज वेलफेयर सोसायटी' की वार्षिक सभा एवं होली मिलन 15 मार्च 2020 को सोसायटी के कोलार रोड, भोपाल स्थित कार्यालय में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष श्री समीर श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष डॉ. प्रीति प्रवीण खरे, सचिव श्रीमती कीर्ति श्रीवास्तव, सहसचिव शालिनी खरे, प्रचार सचिव प्रतिभा श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष प्रकाश बरेसा, नीलू शुक्ला, अरविंद शर्मा एवं अनीता बरेसा आदि मौजूद रहे। समीर जी ने सोसायटी के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। सचिव कीर्ति जी ने संस्था द्वारा विगत वर्ष किये गए कार्यों की जानकारी पेश की। कार्यकारिणी द्वारा आगामी रूपरेखा तैयार की गई।  कोषाध्यक्ष प्रकाश जी ने सोसायटी का आर्थिक प्रतिवेदन कार्यकारिणी के समक्ष रखा।
होली मिलन के इस अवसर पर सभी ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर अपनी-अपनी रचनाएं सुनाकर माहौल में होली के रंग बिखेरे। 
प्रतिभा श्रीवास्तव ने "होलिका अपने ही अंगवस्त्र में जलकर राख हुई"। शालिनी खरे ने मोबाइल के युग मे कैसी होगी होली अपनी रचना द्वारा बताई। उनकी पंक्तियां-"मचेगी धूम, उड़ेगा गुलाल, अबके होली में, पर कहाँ, अपने मोबाइल में।" 
अरविंद शर्मा ने होली की हास्य कविताओं के माध्यम से होली के हँसगुल्ले छोड़े। "आप जरा मुस्कुराइए, हमको इतना बताइए, फेसबुक पर फॉलो करने वालो, होली के मौके पर जरा-सा पहचान जाइये"।
नीलू शुक्ला ने वेदना के रंग में डूबी रचना "मन मेरा निशब्द, निरपराध था" सुनाई।
समीर श्रीवास्तव ने अपने सतरंगी दोहे प्रस्तुत किए- "धूल भरी आंधी चली, जीवन है बेहाल/यदि अब भी चैते नहीं, धरा बनेगी काल" उन्होंने अपने दोहों से आज के दौर से रूबरू करवाया। 
डॉ. प्रीति प्रवीण खरे ने लोकगीत "रघुवर ने तानी पिचकारी, सिया फिर छुपातीं-छुपातीं" सुनाकर सभी मे जोश भर दिया। कीर्ति श्रीवास्तव ने होली गीत "होली आई बलम, मैं तो खेलूं तेरे संग" सुनाया। प्रकाश बरेसा ने कहा कि "आज आप सभी से मिलकर बहुत कुछ सीखा और आगे भी सीखता रहूंगा"
पूरे कार्यक्रम की खास बात रही कि कीर्ति श्रीवास्तव जी ने उपस्थित सभी सदस्यों को टाइटल के साथ रचना सुनाने के लिए आमंत्रित किया।
नन्हीं रचनाकार भूमि शुक्ला ने अपनी कविता सुनाकर सभी को प्रभावित किया। स्वल्पाहार के साथ वार्षिक सभा सम्पन्न हुई।
अंत में आभार शालिनी खरे ने किया। कार्यक्रम की रपट सभी समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित हुई।